पलक्कड़ (केरल): राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की तीन-दिवसीय ‘अखिल भारतीय समन्वय बैठक’ के दूसरे दिन रविवार को बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने बड़ा बयान दिया है। जेपी नड्डा ने कहा कि हमारी सरकार जनहितैषी और पारदर्शी है। हम सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास’ के अपने मंत्र को ध्यान में रखते हुए समावेशी विकास में विश्वास करते हैं। भ्रष्टाचार के मामले में हमारी नीतियां सख्त हैं। विपक्ष पर वार करते हुए उन्होंने कहा कि 2014 से यह केवल सरकार या पार्टी का परिवर्तन नहीं है, बल्कि यह राजनीति की संस्कृति में परिवर्तन है। पहले यदि आप सत्ता के शीर्ष पर बैठे लोगों को देखें, तो उन्होंने जातिवाद, क्षेत्रवाद और वंशवाद को बढ़ावा दिया। वोट बैंक की राजनीति उनकी नीतियों को प्रभावित करती रही। लेकिन पीएम मोदी के सत्ता में आने के बाद राजनीतिक संस्कृति पूरी तरह से बदल गई है। सुधार और विकास अब राजनीति का आधार बन गए हैं।केरल के लोग बहुत मेहनती हैं
बीजेपी अध्यक्ष ने कहा कि केरल सामाजिक नेताओं की भूमि है और सामाजिक सुधारों के लिए जाना जाता है। केरल के लोग बहुत मेहनती हैं और मैं उनके समर्पण के लिए उन्हें सलाम करता हूं। मुझे आपको यह बताते हुए खुशी हो रही है कि 2014 के लोकसभा चुनाव में पलक्कड़ का वोट शेयर 15% था, 2019 में यह 21.3% था और 2024 में यह 24.3% था। हमें उम्मीद है कि आने वाले समय में हमारे लिए आपका समर्थन और बढ़ेगा!
पलक्कड़ में आरएसएस की समन्वय बैठक
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत और छह संयुक्त महासचिवों की मौजूदगी में इसकी तीन-दिवसीय ‘अखिल भारतीय समन्वय बैठक’ शनिवार ये यहां शुरू हुई है। आरएसएस की इस बैठक में संघ से प्रेरित 32 संगठनों के राष्ट्रीय स्तर के नेता भी हुए हैं। इनमें भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अध्यक्ष जे पी नड्डा, इसके महासचिव (संगठन) बीएल संतोष, विश्व हिंदू परिषद के प्रमुख आलोक कुमार और भारतीय मजदूर संघ के अध्यक्ष हिरण्मय पंड्या शामिल हैं।
बीजेपी अध्यक्ष ने कहा कि केरल सामाजिक नेताओं की भूमि है और सामाजिक सुधारों के लिए जाना जाता है। केरल के लोग बहुत मेहनती हैं और मैं उनके समर्पण के लिए उन्हें सलाम करता हूं। मुझे आपको यह बताते हुए खुशी हो रही है कि 2014 के लोकसभा चुनाव में पलक्कड़ का वोट शेयर 15% था, 2019 में यह 21.3% था और 2024 में यह 24.3% था। हमें उम्मीद है कि आने वाले समय में हमारे लिए आपका समर्थन और बढ़ेगा!
पलक्कड़ में आरएसएस की समन्वय बैठक
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत और छह संयुक्त महासचिवों की मौजूदगी में इसकी तीन-दिवसीय ‘अखिल भारतीय समन्वय बैठक’ शनिवार ये यहां शुरू हुई है। आरएसएस की इस बैठक में संघ से प्रेरित 32 संगठनों के राष्ट्रीय स्तर के नेता भी हुए हैं। इनमें भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अध्यक्ष जे पी नड्डा, इसके महासचिव (संगठन) बीएल संतोष, विश्व हिंदू परिषद के प्रमुख आलोक कुमार और भारतीय मजदूर संघ के अध्यक्ष हिरण्मय पंड्या शामिल हैं।
कब तक चलेगी बैठकआरएसएस ने शुक्रवार को कहा था कि बैठक में राष्ट्रीय महत्व के विभिन्न मुद्दों और 2025 में उसकी स्थापना के शताब्दी वर्ष पूरा होने के उपलक्ष्य में शुरू की जाने वाली पहलों पर चर्चा होगी। बैठक 31 अगस्त से दो सितंबर तक होगी। आरएसएस ने कहा था कि चूंकि संगठन 2025 में विजयादशमी पर अपने शताब्दी वर्ष में प्रवेश करने जा रहा है, इसलिए वह सामाजिक सुधार और राष्ट्र निर्माण के लिए पांच पहल शुरू करेगा।