जयपुर: नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली का कहना है कि भाजपा प्रदेश की जनता को मुर्ख बनाने का काम कर रही है। मंदिर में गंगाजल छिड़कने के मामले में जिस तरह से ज्ञानदेव आहूजा को निलंबित किया गया है। वह सिर्फ दिखावे की कार्रवाई है। इस तरह की कार्रवाई भाजपा पहले ही कर चुकी है। पूर्व में भी आहूजा को निलंबित किया था और बाद में फिर से बहाल कर दिया। जूली ने कहा कि इस बार भी निष्कासन के नाम पर जनता को केवल मुर्ख बनाया जा रहा है। उनका निलंबन कुछ दिनों बाद वापस ले लिया जाएगा। रविवार को एक वैवाहिक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए अजमेर गए थे। इस दौरान किशनगढ़ में कार्यकर्ताओं की ओर से आयोजित अभिनंदन कार्यक्रम में जूली ने यह बात कही।
मुख्यमंत्री और प्रदेशाध्यक्ष के बयान क्यों नहीं आए- जूली
जूली ने कहा कि ज्ञानदेव आहूजा को कारण बताओ नोटिस जारी करके भाजपा ने सिर्फ औपचारिकता निभाई है। अगर भाजपा वाकई में इस घटना को लेकर गंभीर है तो अभी तक उनकी पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष और मुख्यमंत्री की प्रतिक्रिया क्यों नहीं आई। जब कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और राहुल गांधी तक इस मुद्दे को उठा रहे हैं तो क्या राजस्थान के मुख्यमंत्री और बीजेपी के प्रदेशाध्यक्ष की प्रतिक्रिया नहीं आनी चाहिए। इस तरह की फोर्मल्टी को जनता समझती है।
केंद्र और राज्य सरकार पर जुबानी हमला
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर की ओर से दिया गया संविधान दुनिया का सबसे बड़ा संविधान है। इसलिए उनकी जयंती को एक पर्व के रूप में मनाया जाता है। उन्होंने कहा कि हमें उनके विचारों से प्रेरणा लेनी चाहिए। इस दौरान जुली ने केंद्र की मोदी सरकार पर तंज भी कसे। उन्होंने कहा कि देश में संविधान पर लगातार हमले हो रहे हैं और केंद्र सरकार कानों में रुई लगाए बैठी है। बीकानेर में डॉ. अंबेडकर की तस्वीर पर किसी ने कालिख पोत दी। असामाजिक तत्व महापुरुषों की प्रतिमाएं तोड़ रहे हैं लेकिन सरकार उन्हें पकड़ने के बजाय बचाने का काम कर रही है।