सीएम ममता बनर्जी ने ‘मां, माटी, मानुष’ का नारा दिया था। प. बंगाल में ना मां सुरक्षित है, ना माटी का मोल बचा है और ना ही मानुष का मूल्य। देश में लोकतंत्र बचाओ का नारा देने वाली प. बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की सरकार और उनकी पार्टी किस तरह तालिबानी मानसिकता वाले मुसलमानों को संरक्षण दे रही है, इसका उदाहरण बार-बार सामने आ रहे हैं। प. बंगाल में वोट बैंक की लालच में मुस्लिम समाज के उदार लोगों को हाशिये पर धकेलकर गुंडा तत्वों को बढ़ावा दिया जा रहा है। विधानसभा चुनाव हों या लोकसभा का अभी-अभी हुआ चुनाव, प. बंगाल में टीएमसी के विरोध में वोट करने वालों की सामत आ जाती है। बंगाल में विरोधी मतदाताओं की हत्या, उनकी मां-बहन, बेटियों के उत्पीड़न की खौफनाक वारदातों की झड़ी लग जाती है और लोग जान-माल और आबरू बचाने के लिए अपना घर-बार छोड़कर विस्थापित होने को मजबूर हो जाते हैं। सोचिए, कभी बंगाल को भद्रलोक कहा जाता है। कहने वाले आज भी भद्रलोक ही कहेंगे, लेकिन जमीनी हालात बिल्कुल उलट हैं। बंगाल में कंगारू कोर्ट चल रहे हैं। कहीं शेख शाहजहां तो कहीं ताजेमुल, चेहरा कोई भी हो, लेकिन व्यवस्था एक- तालिबानी।
हैरत की बात है कि चुनिंदा मामलों पर बैनर-पोस्टर लेकर खड़ी हो जाने वाली फिल्मी अभेनित्रियां हों या अलग-अलग दलों की नेता, अपराधी के मुसलमान होने का पता चलते ही सबके मुंह सिल जाते हैं। मुसलमान वोट बैंक है, वह एकतरफा वोटिंग करके चुनावों में बड़ा फर्क ला देता है तो राजनीतिक दलों और नेताओं की मजबूरी तो समझ में आती है, लेकिन इन बॉलिवुडियों का क्या? आरोप लगाने वाले कहते हैं कि बॉलिवुड भी मूलतः मुल्लावुड है, इस कारण वहां ऐसा कुछ भी कहने की किसी में हिम्मत नहीं होती है जिससे मुस्लिम कौम पर उंगली उठे। मजबूरियां बड़े-बड़ों के ओठ सिल देती हैं और उन्हीं मजबूरियों के कारण सिले ओठ वाले लोग खास मुद्दों पर गला फाड़ने लगते हैं। यह इस देश का दुर्भाग्य है। अपराधी का जाति-धर्म देखकर चीखने या चुप रहने की विकृति देश को कहां ले जाकर छोड़ेगी, इसका अंदाजा लगाकर ही सिहरन होने लगती है। लेकिन किसे पड़ी है भविष्य की। सबको आज में जीना है, बस स्वार्थ देखना है। किसी को वोटों का स्वार्थ है, किसी को कैरियर का। इस बीच आम जनता कंगारू कोर्ट में कोड़े खाने को विवश है। ऐसे में हम तो मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से यही अपील कर सकते हैं कि दीदी, इन तालिबानी मानसिकता वाले समर्थकों को सबक सिखाइए, वरना ये पश्चिम बंगाल को अफगानिस्तान बना डालेंगे।