श्रद्धालुओं को सुविधा
केदारनाथ धाम यात्रा में दर्शन करने उत्तराखंड आने वाले श्रद्धालुओं को अब फ्री वाई-फाई की सुविधा मिलेगी। शनिवार को इसका सफल ट्रायल हुआ। इसके बाद यह सुविधा श्रद्धालुओं को समर्पित की गई। रुद्रप्रयाग के डीएम डॉ. सौरभ गहरवार की पहल पर आपदा की दृष्टि से अति संवेदनशील रुद्रप्रयाग जिले ने इस बार अपना खुद का मोबाइल नेटवर्क स्थापित किया है। इस नेटवर्क को ‘डिस्ट्रिक्ट डिजास्टर रिसोर्स नेटवर्क’ नाम दिया गया है।
यह मोबाइल नेटवर्क न केवल आपदा या किसी भी मुश्किल हालात में लगातार संचालित रहेगा, बल्कि इसमें मोबाइल डेटा, वॉइस कॉलिंग और हाई क्वॉलिटी सीसीटीवी विजुअल्स की भी सुविधा मिलेगी। इसके शुरू होने से रुद्रप्रयाग देश का पहला जिला बन गया है, जिसके पास अपना अलग और संपूर्ण मोबाइल नेटवर्क है।
2024 में बना था लाइफलाइन
जुलाई 2024 में केदारनाथ पैदल मार्ग पर आई आपदा के दौरान जब अन्य मोबाइल नेटवर्क पूरी तरह ठप हो गए थे, तब यही नेटवर्क यात्रियों, मजदूरों और रेस्क्यू टीमों के लिए लाइफलाइन बना। इससे रास्ते में फंसे लोगों ने अपने घरों से संपर्क किया और राहत, बचाव कार्यों में भी काफी मदद मिली। इस नेटवर्क का उपयोग करके फंसे हुए तीर्थयात्री अपने परिवारों से संपर्क कर पाए थे।
दो दिनों 55374 श्रद्धालु
केदारनाथ धाम में श्रद्धालुओं का पहुंचना शुरू हो गया है। दो दिनों में ही 55,374 श्रद्धालु केदारनाथ धाम में दर्शन के लिए पहुंच चुके हैं। शनिवार को 25,220 श्रद्धालुओं ने बाबा केदार के दर्शन किए। वहीं, शुक्रवार को बाबा केदार के धाम का कपाट खुलने के मौके पर 30,154 यात्री केदारधाम पहुंचे थे।
30 अप्रैल को यमुनोत्री और गंगोत्री धाम के कपाट खुलने के साथ ही चारधाम यात्रा का आगाज हो गया था। रविवार को बद्रीनाथ धाम के कपाट भी आम श्रद्धालुओं के लिए खुल जाएंगे। केदारनाथ यात्रा को लेकर श्रद्धालुओं में भारी उत्साह है। यहां भक्तों का रैला उमड़ रहा है। इसे देखते हुए आगामी दिनों में यहां श्रद्धालुओं की संख्या में वृद्धि होने का अनुमान है।
भीड़ प्रबंधन के लिए इस वर्ष पहली बार दर्शन के लिए टोकन व्यवस्था शुरू की गई है ताकि हर यात्री सुगमता से दर्शन कर सके। श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए सभी जरूरी प्रबंध किए गए हैं। सभी धामों के लिए ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम तैयार किया गया है।