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AT4 Missile: भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव जारी है. पहलगाम टेरर अटैक के बीच भारत ने स्वीडिश कंपनी साब से AT4 मिसाइलें हासिल कर ली हैं. यह मिसाइल रूस-यूक्रेन युद्ध में प्रभावी रही है. अब पाकिस्तान और आतंकी इससे थर-…और पढ़ें

भारत को मिली AT4 मिसाइलों की खेप. फोटो क्रेडिट- (PICRYL)
हाइलाइट्स
- भारत ने स्वीडिश कंपनी साब से AT4 मिसाइलें प्राप्त कीं.
- AT4 मिसाइलें हल्की, पोर्टेबल और घातक हैं.
- AT4 मिसाइलें आतंकवाद विरोधी अभियानों में उपयोगी होंगी.
AT4 Missile News: पहलगाम टेरर अटैक के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच तनातनी बढ़ गई है. भारत कभी भी पाकिस्तान पर पलटवार कर सकता है. खुद पाकिस्तान के सूचना मंत्री तरार इसे लेकर घिघिया रहे हैं. पाकिस्तान से तनाव के बीच भारत ने अपनी ताकत बढ़ा ली है. जी हां, भारत को उन हथियारों की पहली खेफ मिल चुकी है, जिससे आतंकियों के होश फाख्ता हो जाएंगे. पाकिस्तान थर-थर कांपेगा. जी हां, उस हथियार का नाम है-एटी4 मिसाइल. यह एटी 4 वही मिसाइल है, जो रूस-यूक्रेन जंग में रूसी सैनिकों का काल बन चुकी है.
स्वीडिश कंपनी साब ने भारतीय सेना को AT4 एंटी-आर्मर हथियार प्रणाली की पहली खेप सौंप दी है. यह हल्का, पोर्टेबल, और घातक हथियार है. यह यूक्रेन युद्ध में रूसी टैंकों का काल साबित हुआ है. यह भारत की आतंकवाद विरोधी रणनीति में अहम भूमिका निभाएगा. साब के बिजनेस एरिया डायनामिक्स के प्रमुख गोरगेन जोहानसन ने कहा, ‘हमें गर्व है कि भारतीय सशस्त्र बल ने अपनी सिंगल-शॉट हथियार की जरूरत के लिए भी साब को चुना है. भारतीय सेना और भारतीय वायु सेना को इस बात का भरोसा हो सकता है कि उनके पास उन्हें बढ़त दिलाने के लिए आवश्यक मारक क्षमता है.’
भारत के लिए क्यों अहम यह हथियार?
भारत ने ऐसे वक्त में अपनी सैन्य क्षमता को और मजबूत किया है, जब सीमा पर पाकिस्तान संग तकरार बरकरार है. भारत पहलगाम टेरर अटैक के गुनहगारों और पनाहगारों को सजा देने की तैयारी में है. खौफजदा पाकिस्तान का कहना है कि अगले 24 से 36 घंटे में भारत कभी भी मिलिट्री एक्शन ले सकता है. पाकिस्तान के साथ तनाव का ताजा कारण कश्मीर के पहलगाम में हुआ आतंकी हमला है. इस टेरर अटैक में 26 लोगों की मौत हो गई. आतंकियों ने धर्म पूछकर गोलियों से मारा. इसे लेकर भारत में गुस्सा सातवें आसमान पर है. इस हमले के पीछे पाकिस्तान और लश्कर है. ऐसे में AT4 की डिलीवरी भारत के लिए रणनीतिक रूप से अहम है, खासकर कश्मीर जैसे क्षेत्रों में आतंकवाद विरोधी अभियानों के लिए.
पाक के लिए काल?
अब जानते हैं कैसे पाकिस्तान और आतंकियों के लिए काल बनेगी यह मिसाइल? यह एटी 4 मिसाइल हल्की, पोर्टेबल, और घातक है. इस घातक हथियार का कमाल पूरी दुनिया रूस-यूक्रेन युद्ध में देख चुकी है. यह मिसाइल रूसी टैंकों का काल साबित हुई है. AT4 एक डिस्पोजेबल, रिकॉइल-लेस हथियार है. इसका वजन महज 7.5 किलोग्राम और लंबाई 1 मीटर है. यह 300 मीटर तक की रेंज में टैंक, बख्तरबंद वाहन, और बंकरों को भेदने में सक्षम है. भारत ने इसका AT4CS AST वैरिएंट हासिल किया है. यह सीमित स्थान जैसे शहरी क्षेत्रों और इमारतों में उपयोग के लिए आदर्श है. रूस-यूक्रेन युद्ध में यूक्रेनी सैनिकों ने इस हथियार का उपयोग गुरिल्ला युद्ध में रूसी बख्तरबंद वाहनों को नष्ट करने के लिए किया.
और क्या-क्या तैयारी?
इतना ही नहीं, AT4 के अलावा भारत ने रूस से S-400 एयर डिफेंस सिस्टम की तीन स्क्वाड्रन तैनात की हैं और अग्नि-5 मिसाइल के MIRV वैरिएंट का परीक्षण किया है. रूस ने भारत को R-37M हाइपरसोनिक मिसाइल की पेशकश भी की है. ये कदम भारत की पारंपरिक और आधुनिक युद्ध क्षमताओं को बढ़ाने की दिशा में हैं. इस मिसाइल का इस्तेमाल भारत आतंकियों के खिलाफ अभियान में जरूर करेगा. इससे भारत की ताकत में और इजाफा होगा.