दर्दनाक है कविता की कहानी
कविता की कहानी बहुत दर्दनाक है। जब वह छोटी थी, तभी उसकी बहन की मौत हो गई थी। उसके बाद परिवार वालों ने उसकी शादी उसके जीजा विजय से करा दी। उस समय कविता सिर्फ 11 साल की थी। विजय उससे उम्र में बहुत बड़ा था। शादी का मकसद यह था कि कविता अपनी बहन के बच्चे की देखभाल कर सके। कविता का कहना है कि शादी के बाद उसकी जिंदगी नरक बन गई। उसका पति विजय शराबी है। वह रोज शराब पीकर उसे पीटता है। कविता को कभी भी विजय से प्यार और इज्जत नहीं मिली। सास शारदा (बदला हुआ नाम) भी उसे ताने मारती रहती थी।
13 फरवरी को देवर संग भाग गई
ऐसे मुश्किल समय में कविता को देवर अजय से सहारा मिला। अजय एक दिहाड़ी मजदूर है। दोनों के बीच दोस्ती हुई। धीरे-धीरे यह दोस्ती प्यार में बदल गई। वे घंटों फोन पर बातें करते थे। एक-दूसरे का दर्द बांटते थे। आखिरकार, कविता ने अपने 10 साल पुराने रिश्ते को खत्म करने का फैसला किया। 13 फरवरी को कविता अजय के साथ घर से भाग गई। दोनों ने करीब ढाई महीने तक देश के कई हिस्सों में घूम-घूम कर बिताए। वे कभी गुरुग्राम में रहे तो कभी मंदिरों में शरण ली।
पुलिस से सुरक्षा की गुहार
कविता और अजय को अब अपने परिवार वालों से जान से मारने की धमकियां मिल रही हैं। कविता का आरोप है कि उसका पति विजय और सास शारदा इस रिश्ते को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं। डरे हुए कविता और अजय ने चूरू के पुलिस अधीक्षक के सामने पेश होकर सुरक्षा की गुहार लगाई है। कविता का कहना है कि उसकी जबरन शादी हुई थी। उसने कभी भी अपने पति को स्वीकार नहीं किया। अब वह अपनी मर्जी से जीना चाहती है, लेकिन उसकी जान को खतरा है।